ईरान के चाबहार बंदरगाह के वरिष्ठ बंदरगाह राज्य नियंत्रण अधिकारी, हाशमी ने कहा है कि चाबहार बंदरगाह की संचालक कंपनी 85 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करने जा रही है. ताकि बंदरगाह पर लोडिंग और डिस्चार्जिंग के काम को आसान बनाया जा सके। हाशमी ने कहा कि हमारी ऑपरेटर एक भारतीय कंपनी है. वह लोडिंग और डिस्चार्जिंग के लिए कुछ उपकरण लगाने में 85 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करने जा रही है।
ईरान के चाबहार बंदरगाह के संचालन की जिम्मेदारी इंडियन पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (आईपीएलजी) की है। बंदरगाह के एक अधिकारी ने बताया कि यहां जल्द ही लोडिंग और डिस्चार्जिंग के लिए नये उपकरण लगाये जायेंगे, जिसके लिए 85 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया जायेगा.
फिलहाल जहाजों से माल की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए इंडियन पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (आईपीएलजी) की क्रेनों का इस्तेमाल हो रहा है। लेकिन हमे और अधिक उन्नत उपकरणों की आवश्यकता है ताकि काम की गुणवत्ता और क्षमता बढ़ाई जा सके। चाबहार में बंदरगाह पर IGPL का एक विशाल कार्यालय भी है जिसे भारतीय प्राधिकरण द्वारा चलाया जाता है।
हाशमी ने कहा कि IGPL एक भारतीय कंपनी है जो इस बंदरगाह की परिचालक है। इसका मतलब है कि यहां आने जाने वाले सभी जहाजों की लोडिंग और डिस्चार्जिंग की जिम्मेदारी इसकी है। उन्होंने कहा कि चाबहार बंदरगाह की गहराई काफी अच्छी है। यहां लगभग 120,000 डीपवे जहाज बिना किसी समस्या के लोड, डिस्चार्ज और कन्वर्ट हो सकते हैं।